फिलिस्तीनी इस्लामी जिहाद ने हिज़्बुल्लाह लेबनान के नेताओं, सय्यद हसन नसरुल्लाह और सय्यद हाशिम सफीउद्-दीन की शहादत की पहली बरसी पर एक बयान जारी किया।
बयान में कहा गया कि हिज़्बुल्लाह के इन नेताओं की जिहादी जद्दो-जहद और ख़ासकर शहीद सय्यद हसन नसरयूल्लाह का क़ाबिज़ ज़ायोनी शासन के मंसूबों के खिलाफ अटल रुख और फिलिस्तीन और उसके मजलूम लोगों का बचाव हमेशा उम्मत की यादों में ज़िंदा रहेगा।
इस्लामी जिहाद ने आगे कहा कि फिलिस्तीनी जनता और पूरी अरब व इस्लामी उम्मत को इस बात पर गर्व है कि ये दोनों शहीद रहनुमा, क़ुद्स के रास्ते में और फिलिस्तीनी जनता के हक़ में, ज़ायोनी दुश्मन की नस्लकुशी और क़त्लो-ग़ारत के मुकाबले में डटे रहे।
इस मौके पर इस्लामी जिहाद ने हिज़्बुल्लाह की साबित-क़दमी, ज़ायोनी दुश्मन की बर्बरता के खिलाफ प्रतिरोध और लेबनान की आंतरिक स्थिति में सुधार और प्रतिरोधी बलों को कमज़ोर करने की ज़ायोनी-अमरीकी साज़िशों को नाकाम बनाने पर हिज़्बुल्लाह और ख़ास तौर पर हिज़्बुल्लाह के सेक्रेटरी जनरल शेख़ नईम क़ासिम को मुबारकबाद पेश की।
बयान के आखिर में अल्लाह तआला से दुआ की गई कि वह लेबनान और उसके प्रतिरोधी बलों और जनता की हिफ़ाज़त करे और उन्हें मजबूती व ख़ुशहाली अता करे। इस्लामी जिहाद ने यक़ीन जताया कि लेबनान अपनी तारीख़ के इस नाज़ुक मरहले को कामयाबी से पार कर लेगा।
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